शाही थी मुगुल और इसका शाह था औरंगजेब. उन्ही दिनों हुआ था कुमार हकीकत राय का बलिदान. उस हिन्दू किशोर ने पाठशाला के पाटी-पूजन के दिन अपनी पाटी पर देवी का चित्र बनानाने का घोर अपराध किया था. उसे देखते ही मुस्लिम शिस्छा अधिकारी ने उसे इस अपराध के लिए मुस्लमान बन जाने का दंड दिया. बालक द्वारा अस्वीकार किये जाने पर उसे मार डालने का भय दिखाया. वीर बालक ने उसकी परवाह न की और अपने धर्म पर डटा रहा. फलता: तत्काल उसका सर कट दिया गया. आज भी पंजाब में उसकी स्मरति में उत्सव होता हे....
Tuesday 12 June 2012
कुमार हकीकत राय
शाही थी मुगुल और इसका शाह था औरंगजेब. उन्ही दिनों हुआ था कुमार हकीकत राय का बलिदान. उस हिन्दू किशोर ने पाठशाला के पाटी-पूजन के दिन अपनी पाटी पर देवी का चित्र बनानाने का घोर अपराध किया था. उसे देखते ही मुस्लिम शिस्छा अधिकारी ने उसे इस अपराध के लिए मुस्लमान बन जाने का दंड दिया. बालक द्वारा अस्वीकार किये जाने पर उसे मार डालने का भय दिखाया. वीर बालक ने उसकी परवाह न की और अपने धर्म पर डटा रहा. फलता: तत्काल उसका सर कट दिया गया. आज भी पंजाब में उसकी स्मरति में उत्सव होता हे....
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संजय @ मो सम कौन ? has left a new comment on your post "कुमार हकीकत राय":
ReplyDeleteहमारी तरफ इस बारे में जो बात प्रचलित है वो ये कि हकीकत राय के मुसलमान सहपाठी हिंदू देवियों के बारे में उल्टा सीधा बोल रहे थे और उनको जवाब में हकीकत राय ने 'फातिमा' का नाम लेकर वैसा सा ही कुछ जवाब दिया था|इससे बात बढ़ गई और काजी ने इस बालक को इस्लाम या मौत में से एक चुनने का विकल्प दिया था|