उस समय मैं अपने लिखे
जा रहे उपन्यास के किसी पात्र के ध्यान में मग्न था और मेरे होठों से हाँ निकल गया
था जब उस लड़की ने मुझसे पूछा 'क्या तीन सौ से ज्यादा लड़कियों के साथ सेक्स संबंध रखने
वाले संजय दत्त को तुम अच्छा समझते हो ?'
'मेरे जवाब पर जब उसने
आँखे तरेर कर पूछा कैसे ?' तो बेध्यानी में दिए गए अपने जवाब के जवाब में मैने कहा
'ठीक वैसे ही जैसे अपने हरम मे पांच हजार स्त्रियों को जबरन रखने वाले अकबर को हम महान
कहते हैं।'
मेरे जवाब के बाद से
उस लड़की की तरेरी हुई आँखों में मुझे मरोड़ देने वाले भाव उभरे थे।
--सुधीर मौर्य