Sudheer Maurya
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दण्डपाणी की
सुकोमल कन्या
ऐ यशोधरा
अभी बाकी है तेरा
यशोगान।
अभी
लिखे जाने है
तेरे त्याग पर
ग्रन्थ,
वो लेख
जिनकी तू अधिकारी है।
बोधिसत्व को बुद्ध
तेरे त्याग ने ही बनाया था।
पर तू
उपेक्षित रह गई
कलमकारों की नज़र से।
सीता
सावित्री
सुलोचना
सब को
पूजा हमने।
ऐ त्याग की देवी
यशोधरा
तेरी पूजा
बाकि है अभी।
सुधीर मौर्य 'सुधीर'
गंज जलालाबाद, उन्नाव
209869
बसन्त पंचमी की हार्दिक शुभ कामनाएँ!बेहतरीन अभिव्यक्ति.सादर नमन ।।
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Deleteजी धन्यवाद सर, आपको भी बसंत पंचमी की शुभकामनाये