मौत- इसने छोड़ा किसे
क्या तैमुर क्या बाबर
क्या नादिर क्या सिकन्दर
सबने कहा-
क्या नानक-क्या कबीर
क्या फरीद-क्या अमीर
यही एक सच
इसे तआकुब सभी की
क्या रजा-क्या रंक
सबको दसे इसका डंक
केसा दस्तूर ये
इस वफादार महबूबा पर
किसी को यकीन नहीं
सभी चाहते इस से दूर रहना
पर क्या करे-
ये तो वफ़ा निभागी
एक दिन
कनार में लेगी जरुर
'लम्स' से
सुधीर मौर्या 'सुधीर'
गंज जलालाबाद, उन्नाव
२०९८६९
सत्य वचन!
ReplyDeleteजी,सर
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