Friday, 22 March 2013

वो लड़की है - सुधीर मौर्य


Sudheer Maurya
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वो लड़की है 

टीनएज 
उसने देखा नहीं है, शहर 
वो गावं के पास के 
कसबे में भी कभी गई नहीं 
पर वो देखती है 
वो सड़क 
जिसके बारे में 
उसने सुना है 
जाती हे वो 
कस्बे से होते हुए 
शहर तक 

कई बार देखा है उसने 
इसी सड़क से 
कार में बैठ कर 
शहर से आते 
और शहर जाते हुए 
एक अपनी 
हम उम्र लड़की को 
जिसके पिता के खेत में 
काम करता है 
उसका बापू 

वो लड़की है 
जिसे मालूम नहीं 
टेडीबियर के बारे में 
जिसने देखा नहीं 
टी .वी .का जादुई बक्सा 
पर उसी गावं के मनचले 
जो टी . वी . देखते हैं 
वो घूरते हैं उसे 
टेडीबियर की तरह 
कुछ कह नहीं पाती वो 
क्योंकि 
वो लड़की है 
जो शहर जाती 
सड़क देख तो सकती है 
पर उस पर 
दौड़ नहीं सकती 

 सुधीर मौर्य 'सुधीर'

3 comments:

  1. बहुत ही भावपूर्ण प्रस्तुति,आभार.

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  2. आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (24-03-2013) के चर्चा मंच 1193 पर भी होगी. सूचनार्थ

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