लानत खुदा की ऐसी खुदाई पे
जहाँ उसके बनाये महापुरुष तकसीम किये जाते है
लानत खुदा की ऐसी खुदाई पे
जहाँ उसके पैगम्बर उसके नाम पे
मासूमो का रक्त बहाते है
लानत खुदा की ऐसी खुदाई पे
जहाँ उसके नाम पे अत्याचार करके
मज़हब की फसले उगाई जाती है
लानत खुदा की ऐसी खुदाई पे
जहाँ खुदा के जयनाद पे
काफिरो के सर के मीनार तामीर किये जाते हैं
लानत खुदा की ऐसी खुदाई पे
जहाँ जेहाद के नाम पे बच्चों के चीथड़े उड़ाये जाते है
लानत खुदा की ऐसी खुदाई पे।
--सुधीर मौर्य
सशक्त रचना
ReplyDeleteaabhar..
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