कलम से..
Gazal,Nazm,Stories & Article by Sudheer Maurya
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Monday, 6 July 2015
प्रेंम, चॉद, राग, दिया और बंसत - सुधीर मौर्य
हमने
किये
थे
प्रेम
मे
प्रेम
निंभाने
कें
बडे
ब॒डे
वादे
चॉद
और
चॉदनी
बनने
के
हवा
और
रागिनी
बनने
के
अंधेरी
रात
मे
दिया
बंसती
पिया
बनने
के
और
जब
मॉग
क़ी
प्रेंम
ने
वादे
निभानें
क़ी
तब
तुमने
प्रेम
नही
मॉग
लिये
चॉद
,
राग
,
दिया
और
बंसत
.
--
सुधीर
मौर्य
2 comments:
दिगम्बर नासवा
9 July 2015 at 01:48
सचाई तो यही है प्रेम की ...
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Sudheer Maurya 'Sudheer'
9 July 2015 at 10:06
सहमत हू सर
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सचाई तो यही है प्रेम की ...
ReplyDeleteसहमत हू सर
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