कलम से..
Gazal,Nazm,Stories & Article by Sudheer Maurya
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Wednesday, 28 January 2015
प्रेम का सलीका - सुधीर मौर्य
हमने सीखा है
सलीका प्रेम का
नदी पे
तैरते उस घड़े से
जिसे पकड़ के
पार उतरी थी
सोहनी
महिवाल से मिलने।
--सुधीर मौर्य
2 comments:
Onkar
7 February 2015 at 18:47
सुन्दर प्रस्तुति
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Sudheer Maurya 'Sudheer'
12 February 2015 at 20:26
bahut dhanywad sir..
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सुन्दर प्रस्तुति
ReplyDeletebahut dhanywad sir..
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