सुधीर मौर्या 'सुधीर'
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18 दिसम्बर 2011 को मिस्र की तहरीर चोक पर पर्दर्शन के दौरान सैनिको के हाथो मारपीट और खीचतान में सड़क पर एक लड़की नीली ब्रा में तस्वीरो में कैद हो गयी. उसके बाद काहिरा में आम जनता का जो गुस्सा उबला उसने ये साफ़ कर दिया की कोई भी मिस्र में लड़कियों की आबरू से नहीं खेल सकता. ठीक वही दिल्ली में हुआ जब एक चलती बस में २३ साल की लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार हुआ तब दिल्ली की जनता ने सडको पर उतर के दिखा दिया कि कोई भी अब लक्ष्मन रेखा को पर नहीं कर सकता.
पिछले कुछ सालो में ये रही हे परिवर्त की नायिकाए...
'निदा आगा सुल्तानी'- इरान में चुनावों के बाद सत्ता विरोधी पर्दर्शन के दौरान जून २००९ में गोली का शिकार हुई २६ साला निदा की तस्वीरों को सत्ता विरोधी लहर का चेहरा माना गया...ये बात और हे की इसी नाम की एक लड़की को पुलिसे और सेना से तंग आकर अपने देश को छोड़ना पड़ा.
'मलाला युसुफजई' - स्वात घटी में १४ साला इस लडकीको तालिबान के पढाई विरोधी फरमान का विरोध करने पर सर में गोली मार दी गई, पकिस्तान ही नहीं वरन सरे संसार में उसके समर्थन में लोग उठकर खड़े हो
गए.
'दामिनी'-क्या सचमुच जिन्दगी हार गई दामिनी....नहीं कतई नहीं...वो तो ऐसी हिम्मत वाली लड़की है जो हार ही नहीं सकती..जिसने ६-६ दरिंदो का मुकाबला किया हुआ दिल्ली की भागती सडको पर वो हार नहीं सकती. हार तो दिल्ली की सड़के गई हैं..हार तो दिल्ली गई है...हार तो मानवता गई है...और यकीन करो ये हार वो विजय हार लेकर आयगी जो फिर से नारी अस्मिता को सम्मान दिलाय्गा...दामिनी ने जो लक्ष्मन- रेखा अपनी शहादत से खिंची है आव आज ये वचन दामिनी को हम सब दे..ये लक्ष्मन-रेखा अब कभी भी हम टूटने न देंगे..अब कोई darinda किसी लड़की की इज्जत से खेल न पायेगा...
'दामिनी'-क्या सचमुच जिन्दगी हार गई दामिनी....नहीं कतई नहीं...वो तो ऐसी हिम्मत वाली लड़की है जो हार ही नहीं सकती..जिसने ६-६ दरिंदो का मुकाबला किया हुआ दिल्ली की भागती सडको पर वो हार नहीं सकती. हार तो दिल्ली की सड़के गई हैं..हार तो दिल्ली गई है...हार तो मानवता गई है...और यकीन करो ये हार वो विजय हार लेकर आयगी जो फिर से नारी अस्मिता को सम्मान दिलाय्गा...दामिनी ने जो लक्ष्मन- रेखा अपनी शहादत से खिंची है आव आज ये वचन दामिनी को हम सब दे..ये लक्ष्मन-रेखा अब कभी भी हम टूटने न देंगे..अब कोई darinda किसी लड़की की इज्जत से खेल न पायेगा...
Sudheer Maurya 'sudheer'
बहुत सुन्दर प्रस्तुति..!
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (30-12-2012) के चर्चा मंच-1102 (बिटिया देश को जगाकर सो गई) पर भी की गई है!
सूचनार्थ!
ReplyDeleteये बलात्कार प्रजातंत्र के साथ था .निर्भया ने एक पूरा तंत्र हिला दिया ,जी हाँ एक ही निर्भया ने .......
ReplyDeleteएक ही निर्भया भारी है ,
इस सेकुलर सरकार पर ,
गर सभी निर्भया बाहर आ गईं ,
तब न जाने क्या होगा ?