कलम से..
Gazal,Nazm,Stories & Article by Sudheer Maurya
Pages
मुखपृष्ठ
ब्लाग तड़ाग
साँझ
साहित्य
आह
साहित्य-'नारी दस्तखत'
मित्र मधुर
संजोत
Sudheer
Sunday 19 April 2015
कामरेड - सुधीर मौर्य
तुम साइबेरिया में
लगाते हो यातना शिविर
बिना युद्ध के ही
जान ले लेते करोडो की
इज़राईल की आत्मरक्षक करवाई की
करते हो भर्तसना
अपने ही देश को
डायन बताने वालो का
करते हो समर्थन
तुम कहते हो
अपने को कामरेड
और गर्व करते हो।
--सुधीर मौर्य
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
View mobile version
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment